मुर्गी पालन का बिज़नस | Poultry Farm Business Plan in Hindi

Poultry Farm Business या मुर्गी पालन व्यवसाय, एक ऐसा व्यवसाय है जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफ कमा सकते है. सरकार भी इस उद्योग को सहयोग दे रही है इसलिए सरकार मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए सब्सिडी और कम ब्याज दर पर लोन दे रही है.

इस लेख में हम जानेंगे कि मुर्गी पालन का बिज़नेस क्या है, मुर्गी पालन से कितना मुनाफा मिलेगा, Poultry Farm Business पर कितना खर्च आएगा और मुर्गी पालन कैसे करें? हम Poultry Farm Business Plan in Hindi से संबंधित A to Z पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे.

मुर्गी पालन का बिज़नस, देखा जाए तो वर्तमान में सबसे शानदार बिज़नस में से एक है. लेकिन इस बिज़नस के लिए पूरी जानकारी होना आवश्यक है. Murgi Palan Business में हम अंडे और मांस का प्रोडक्शन कर सकते है. यूं देखा जाए तो Poultry Farming Business काफी सफल व्यवसाय है, लेकिन जानकारी के अभाव में कई बार लोग असफल हो जाते हैं.

आप हमारे आर्टिकल की मदद से सफल मुर्गी पालन करने के सभी दांव-पेच सिख सकते है और अच्छा खासा फायदा उठा सकते है. चलिए अब हम Murgi farm की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं.

मुर्गी पालन का बिज़नस Poultry Farm Business Plan in Hindi

मुर्गी पालन व्यवसाय क्या है (What is Poultry Farm Business in Hindi)

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मुर्गी पालन का बिज़नेस एक ऐसा बेस्ट बिज़नस बिज़नस है जिसे कम लागत में शुरू किया जा सकता  है और अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. Murgi Palan Business में कई गुना अधिक संख्या में मुर्गियों को व्यवसाय के उद्देश्य से पाला जाता है. इस व्यवसाय में मुख्य रूप से अंडे और मुर्गी के मास का व्यापार किया जाता है.

इस बिज़नस को 5 से 9 लाख रूपयें में शुरू किया जा सकता है, और छोटे स्तर यानी 1500 मुर्गियों के साथ पॉल्ट्री बिज़नस की शुरूआत करे तो 50 हजार से 1 लाख रूपयें प्रतिमाह कमा सकते हैं.

  • कितना खर्च होगा– पोल्ट्री फॉर्म बिजनेस में जगह, पिंजरे और औजार पर लगभग 5-6 लाख रूपयें खर्च होंगे. और इसके अलावा 1500 मुर्गियों के टार्गेट के लिए 10 फीसदी से ज्यादा चूजे खरिदने का खर्च होगा. क्योंकि असमय बीमारी के कारण कई मुर्गिया मर जाती हैं. मुर्गीयों को खिलाने-पिलाने और देखभाल में भी 3 से 4 लाख खर्च होगा.
  • सालाना कमाई– इस बिज़नस में हम 1500 मुर्गियों से 4,35,000 अंडे ले सकते है, जिसमें से 4 लाख अंडे बेचे जा सकते है. इससे हम सिर्फ अंडों के बिज़नस से 14 लाख रूपयें की कमाई कर सकते है.
  • सफलता– मुर्गीपालन बिज़नस को सफलता से करने के लिए पूरी ट्रेनिंग का होना आवश्यक है. तभी आप यह बिज़नस कर सकते है.

मुर्गी पालन का बिज़नस करना चाहिए

MurgiPalan Business शुरू करने के लिए अनेक कारण है क्योंकि इस बिज़नस में काफी ज्यादा मुनाफा है. हमें लगता है कि आपको भी मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहिए. इसके कई कारण हैं, जैसे-

  1. कम पूंजी में बिजनेश शुरू कर सकते है
  2. अधिक जगह की आवश्यकता नही होती है
  3. कम लागत पूंज में अधिक मुनाफा मिलता है
  4. इस बिज़नस में अधिक रखरखाव की आवश्यकता नही होती है
  5. किसी लाइसेंस की अनिवार्यता नही है
  6. मुर्गी पालन व्यवसाय से आय में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है
  7. Murgi Farm Business के लिए Marketing करना आसान है
  8. मांस (Chicken) और अंडे की मांग Global Level पर बहुत ज्यादा होती है
  9. Poultry Farm Business से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, युवाओं को रोजगार मिलता है और बेरोजगारी भी खत्म होती है.

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए Poultry Farm Business का महत्व

वर्तमान के कुछ आंकड़े देखे जाए तो Poultry Industry काफी उच्च दर से बढ़ता जा रहा है और अगले दशक तक इस बिज़नस की लगातार वृद्धि की उम्मीद है. हमारा भारत देश वर्तमान में विश्व ‘Poultry Farming Production ‘सुचकांक में पूरे विश्व स्तर पर 17वें स्थान पर है.

एक बाजार अनुसंधान रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत अंडा उत्पादन में 5वें स्थान और पोल्ट्री मांस उत्पादन में 9वें स्थान पर है. भारत में 2021 में अंडे व मांस का बिज़नस तीन गुना अधिक बढ़ा है. देखा गया कि अंडे का सेवन पोल्ट्री मांस की खपत की तुलना में बहुत ज्यादा है. लोग खाने में लगातार इनका सेवन कर रहे है.

अत: यह कहा जा सकता है कि Poultry Farm Business भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डाल रही है. और उमीद है कि आने वाले समय में यह व्यवसाय और अधिक बढ़ेगा.

बिज़नस से संबंधित प्रशिक्षण (Poultry Farming Guide In Hindi)

किसी भी बिज़नस में सफल होने के लिए पूरा ज्ञान होना बेहद आवश्यक है. अगर हम मुर्गी पालन का बिज़नस करने जा रहे है तो इसका भी पूरा ज्ञान होना आवश्यक है. जैसे- अच्छी नस्ल वाली मुर्गी की पहचान करना, फॉर्म को मुर्गी व्यवसाय के अनुसार बनवाना, खान-पान का पूरा ध्यान होना, मुर्गी के बीमारियों व उपचार का पता होना इत्यादि.

इन सभी ज्ञान के लिए प्रशिक्षण बेहद आवश्यक है. आज सरकार विभाग जैसे कृषि विज्ञान केंद्र एवं खादी ग्रामोद्योगभी पॉल्ट्री, फिस जैसे कुटीर उद्योग के लिए फ्री में भी प्रशिक्षण दे रही है. इसके अलावा ऑनलाइन भी फ्री में शिक्षा प्राप्त कर सकते है.

हम अपने आस-पास की कॉलेज से भी इस उद्योग से संबंधित पढ़ाई कर सकते है और बिज़नस की ट्रेनिंग ले सकते है.

मुर्गी पालन कैसे करें (Poultry Farming In Hindi)

कई लोग जानना चाहते है कि आखिर Murgi Palan Business कैसे करे? देखा जाए तो इस बिज़नस को करना आसान है लेकिन सही तरिके से बिज़नस करना बेहद जरूरी है.

मुर्गी पालन बिज़नस को शुरू करने से पहले हमारे पास बिज़नस प्लान होना चाहिए जिसमें हम बिज़नस का टारगेट निश्चित करते है.

इसके बाद बिज़नस के लिए एक सही जगह का चुनाव करते है और मुर्गी पालन व्यवसाय के अनुसार फॉर्म का निर्माण करते है. जगह चुनने के बाद बिज़नस में होने वाले निवेश का अनुमान लगाना चाहिए, और आवश्यक वित्तीय व्यवस्था करनी चाहिए.

अब हमें अच्छी मुर्गीयों का चयन करना है जिससे बिज़नस बिना रुकावट के आगे बढ़ सके. मुर्गीयों के चुजे खरिदने के बाद फॉर्म में रहन-सहन के लिए पूरी तैयारी करे. Poultry Farming Brooding की तैयारी हो जाने के बाद मुर्गी पाल व्यवसाय शुरू करे.

अब व्यवसाय की मार्केटिंग करनी होगी और इसके लिए बाजार ढुंढना होगा. इसके अलावा व्यवसाय से संबंधित गतिविधियों और लेखांकन का रिकॉर्ड रखना होगा. इस तरह हम Murgi Farm Business कर सकते है.

 मुर्गी पालन करने की प्रकिया (Poultry Farming Plan In Hindi)

मुर्गी पालन करने के नियम निम्नलिखित है.

  1. मुर्गी पालन के लिए प्रशिक्षण ले,
  2. व्यवसाय से संबंधित योजना बनाए,
  3. सही जगह का चुनाव करे,
  4. मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए निवेश निश्चित करे,
  5. आवश्यक ऋण का इंतजाम करे,
  6. मुर्गीयों का चयन करे,
  7. मुर्गी के चुजो का पालन-पोषण करे,
  8. साफ-सफाई पर उचीत ध्यान रखे,
  9. छप्प और अन्य उपकरणों का प्रबंध करना,
  10. बिज़नस के लिए बाजार ढुंढना,
  11. ग्राहक और उपभोगक्ताओं को ढुंढे,
  12. एकाउंटिंग और व्यापारिक गतिविधियों का रिकॉर्ड रखें.

Poultry Farm Business Plan तैयार करना

मुर्गी पालन व्यवसाय हो या फिर कोई अन्य व्यवसाय हो, सबसे पहले उसकी योजना तैयार करना बेहद जरूरी होता है. बिजिनेस प्लान में हमें आवश्यक धन, सही जगह और उपयोगी उपकरणों का गहराई से विश्लेषण करते है.

बिज़नस प्लान को बिज़नस के लक्ष्य का निर्धारण करने के लिए बनाया जाता है. इस प्लान में हम अपने खर्चे और कमाई का तुलनात्मक विश्लेषण करते है. इसके अलावा बिज़नस प्रोडक्ट के मार्केट का भी बारीकी से मूल्यांकन किया जाता है.

इस तरह बिज़नस के Goal को निश्चित करते हुए Poultry Farm Business Plan बनाया जाता है.

मुर्गीपालन के लिए सही जगह का चुनाव (जमीन व आवास का प्रबंधन करना)

बिज़नस प्लान के बाद सही जगह का चुनाव करना होता है. अगर व्यवसाय को छोटे स्तर पर कर रहे है तो अपने निवास स्थान पर बिज़नस शुरू कर सकते है. लेकिन बड़े स्तर पर बिज़नस शुरू कर रहे है तो एक जगह अवश्य चुने.

यह जगह हम किराये पर भी ले सकते है. अन्यथा स्वयं की जमीन हो तो उसका उपयोग कर सकते है. लेकिन किराये पर लेते समय कागजी Contract अवश्यक कर ले.

कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखें

  1. पानी व बिजली की आपूर्ति अच्छी हो,
  2. आस-पास का वातावरण प्रदुषण रहीत हो,
  3. परिवहन से संबंधित कोई समस्या न हो,
  4. शहरी इलाकों से जगह दूर रखे,

वित्तीय (धन) की व्यवस्था करना

जैसा की मैने आपको बताया कि यह एक Low investment Business है. मतलब अगर आप इस बिज़नस को छोटे स्तर पर शुरू करते है तो 5 से 9 लाख रूपयें का खर्च (निवेश) होता है. हालांकि यह निवेश बिज़नस प्लान और जमीन के ऊपर निर्भर करता है.

अगर हम यह बिज़नस कम मुर्गीयों के साथ करते है तो कम निवेश की जरूरत होगी, और अगर अधिक मुर्गीयों के साथ काम करे तो पालन-पोषण व व्यवस्था में अधिक निवेश की जरूरत होगी. मुर्गी पालन व्यवसाय में निवेश कई Factors पर निर्भर करता हैं. जैसे-

  1. जमीन,
  2. चुजों की खरिदारी,
  3. फॉर्म का निर्माण,
  4. पिंजरे व अन्य उपकरण,
  5. खाने-पीने के सामान,
  6. कर्माचारियों का खर्च,
  7. बिजली व पानी का बिल,
  8. ट्रांसपोर्ट का खर्च इत्यादि.

ध्यान दे कि एक मुर्गी के चूजे की कीमत लगभग 30-35 रूपयें होती है. इस आधार पर 500 चुजों के लिए 15,000 रूपयें की आवश्यकता होगी. लेकिन मुर्गीयों बीमारियों के कारण कई बार मर भी जाती है, अत: चुजे ज्यादा खरिदने की आवश्यकता होती है. हम लगभग 1000 या 1500 चुजों के साथ अच्छा बिज़नस कर सकते है.

आवश्यक निवेश:

  1. पॉल्ट्री फॉर्म का खर्च: Rs. 1.5-2 लाख रूपये,
  2. 1500 मुर्गियों का खर्च: Rs. 50,000 रूपये
  3. खाने का खर्च: 1 से 2 लाख रूपये
  4. अन्य खर्च: 50,000 रूपये
  5. कर्मचारियों का खर्च: 60,000 रूपयें (प्रतिमहिने)

इस तरह कुल पॉल्ट्री का खर्च: Rs. 5 lakh to 6 lakhs


मुर्गी पालन बिज़नस के लिए लोन

बिज़नस प्लान बनाने और जगह के चुनाव के बाद हमें बिज़नस में होने वाले निवेश का अनुमान लगा सकते है. और इसी के आधार पर बैंक से या सरकारी योजना से लोन ले सकते है.

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत हम बहुत कम ब्याज दर पर भारत सरकार से लोन ले सकते है. इसके अलावा अनेक बैंक भी इस बिज़नस पर बहुत कम ब्याज दर या शून्य ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करवाती है.

Bonus Point:ध्यान दे कि बिज़नस प्लान लोन लेने में सहायता करता है, मतलब आसानी से लोन ले सकते है.

शेड और अन्य उपकरणों का प्रबंधन

पैसो का प्रबंध होने के बाद फॉर्म निर्माण शुरू करना चाहिए. Poultry Farm Business Plan के लिए शेड बनाना आवश्यक होता है. यह शेड पूरी जानकारी के साथ बनाये जाते है, जो मुर्गीयों को उचित वातावरण वाला आवास प्रदान करता है. शेड के आस-पास का सभी क्षैत्र सुरक्षित होना चाहिए.

  1. शेड को इस तरह से बनाना चाहिए कि बारिश के मौसम में मुर्गियों को अधिक नमी न लगे. इसके ढलानदार छत होनी चाहिए. हम टिन धातु की दिवारे बना सकते है लेकिन गर्मियों के प्रभाव ध्यान में रखते हुए बनानी होगी.
  2. आवासीय स्थान पर उचित निकास सुविधाएं और एक नाली प्राणाली होनी चाहिए, हालांकि यह आवश्यक नही है.
  3. मुर्गी पालन व्यवसाय के शेड की चौड़ाई 30-35 फीट हो, और लंबाई अपनी जरूरत के अनुसार रख सकते है. शेड का फर्श पक्का होना चाहिए.
  4. शेड में जालियों की व्यस्था इस प्रकार होनी चाहिए कि हवा आसानी से प्रवाहित हो सके और अंदर धूप ज्यादा न रहे.
  5. शेड में ही बिजली के बल्ब, पानी के बर्तन, पानी की टंकी और चिकन पॉक्स की उचित व्यवस्था करनी चाहिए.
  6. ध्यान रहे कि एक शेड दूसरे शेड से थोड़ा दूर रहे.

नोट: Shed निर्माण के लिए लगभग 3 लाख रूपये तक का खर्च आता हैं.

मुर्गीयों के खाने-पीने का प्रबंधन

अगर हम मुर्गीयों के खाने-पीने का अच्छा प्रबंधन करेंगे, मुर्गीयां भी हमें उतनी ही ज्यादा अच्छा लाभ देगी. क्योंकि सही व्यवस्था में मुर्गीयां कम बीमार होगी और अच्छे से विकसित भी होगी. अत: अच्छी गुणवत्ता वाले खान-पान का इंतजाम करे.

Murgi Farm Business में खाने-पीने के लिए 1 से 2 लाख रूपयें का खर्च लगातार आता है. लेकिन मुनाफा भी कई गुना अच्छा मिलता है.

ध्यान दे कि प्रत्येक मुर्गी के लिए कम से कम 3 पानी और 3 अनाज के लिए बर्तन होने चाहिए. इन बर्तनों का उपयोग हम मैनुअली या ऑटोमेटिकली कर सकते है. स्वचालित सिस्टम के लिए पानी के नल को मोटर से जोड़ सकते हैं.

साफ-सफाई के लिए कर्मचारी

बीमारी का सबसे बड़ा कारण गंदगी और प्रदुषण ही होता है. इसलिए मुर्गीयों की देखभाल और साफ-सफाई के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता जरूर होती हैं. एक सफल MurgiPalan Business के लिए अनुभवी कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, अत: सही कर्मचारियों को ही नौकरी दे.

मुर्गीयों को लकड़ी के पाउंडर, मूंगफली की भूसी या धान की भूसी से बने 3-4 इंच मोटी परत के फर्स पर रखा जाता है. यह बिछाना बिल्कुल नया होना चाहिए और इस पर कोई भी संक्रमण नही होना चाहिए.

मुर्गियों की अच्छी नस्ल का चयन

भारत देश में मुर्गी पालन का बिज़नस काफी जोरो-शोरो से किया जाता है. Poultry Farm Business को मुख्य रूप से अंडे व मांस के लिए किया जाता है. और भारत देश में अंडे व मांस उत्पादन के आधार पर तीन तरह की मुर्गीयां उपलब्ध हैं.

  1. Layer Poultry Farming
  2. Broiler Poultry Farming
  3. Desi Poultry Farming

#1. Layer Poultry Farming

अंडे के बिज़नस के लिए Layer मुर्गीयां उपयोगी है, जो 4 से 5 महिने बाद अंडे देना शुरू करती है, और करिब एक साल तक अंडे देती है. 16 महिने बाद उनके मांस को बेच दिया जाता है.

#2. Broiler Poultry Farming

इनका उपयोग मुख्य रूप से मांस के लिए करते है क्योंकि यह अन्य मुर्गीयों की तुलना में तेजी से बढ़ती है.

#3. Desi Poultry Farming

यह भारत देश की देशी मुर्गीया हैं जिनका इस्तेमाल अंडे और मांस दोनों के लिए किया जाता है.

नोट: हम किसी भी तरह की मुर्गी का बिज़नस शुरू कर सकते है, हालांकि दोनों किस्म की मुर्गीयों का पालन भी कर सकते है. अगर आप बैंक से लोन ले रहे है तो फॉर्म में यह बताना होगा कि हमें किसी नस्ल के साथ यह व्यवसाय शुरू करना चाहते है.

Poultry Farm Business के लिए मुर्गी की नस्लें

भारत में कुछ शानदार मुर्गीयों की नस्ले पायी जाती हैं जिनके साथ हम अपना Poultry Farming शुरू कर सकते है. मैं आपको बताना चाहुंगा कि देशी मुर्गियां प्रजनन की दृष्टि से अन्य की तुलना में सर्वश्रेष्ठ है.

नस्ल का नामविशेषताएं
असील नस्लयह UP, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में पायी जाती हैं, जो काफी अच्छी नस्ल है. यह मुर्गीयां झगड़ालू प्रवृति की होती है इसलिए इसे खेल में लड़ाया भी जाता है. इनका वजन 4-5kg (नर) होता है. इनकी गर्दन व पैर लंबे होते है और बाल चमकदार होते हैं. इनमें बिछाने की क्षमता बहुत कम होती है.
कड़कनाथ नस्लइसे कालामासी भी कहते है क्योंकि यह काला मांसल पक्षी है. यह मध्यप्रदेश में सर्वाधिक पायी जाती है. इसके मांस में 25% प्रोटीन होता है, और मांस भी अन्य की तुलना में बहुत ज्यादा होता है. इसके मांस का उपयो दवाईयां बनाने में भी करते है. व्यापार की दृष्टि से काफी लाभदायक मुर्गी हैं. यह हर साल 80 अंडे देती हैं.
चिटागोंग नस्लयह सबसे उच्च किस्म की नस्ल है. इसे मलय चिकन के नाम से भी जानते है. यह मुर्गी 2.5 फीट लंबी और 4.5-5kg तक भारी होती है. इसकी गर्दन और पैर अन्य की तुलना में काफी लंबे होते है. इनकी प्रजनन क्षमता लगभग 70-120 प्रति वर्ष होती हैं.
स्वरनाथ नस्लइन मुर्गीयों को घर पर आसानी से पाल सकते है. यह 22 से 23 सप्ताह में परिपक्व होती है. इनका वजन 3 से 4 किलोग्राम का होता है. अंडा उत्पादन की क्षमता लगभग 180-190 प्रति वर्ष होती हैं.
वनराजा नस्लइसे मुर्गी पालन के लिए सबसे अच्छी नस्ल मानी जाती है. यह 3 महिनों में 120-130 अंडे देती है. इसका वजन 2.5 से 5 किलो तक हो जाता है. यह मुर्गीयां अन्य की तुलना में थोड़ी कम सक्रिय होती है.
Poultry Farm Business के लिए मुर्गी की नस्लें

Poultry Farming के लिए चूजों की कीमत

Poultry Farm Business में जगह और मुर्गी के प्रका को चुनने के बाद चुजों को खरिदने का काम होता है. चुजे खरिदते समय चुजों का ज्ञान होना आवश्यक है.

चुजें खरिदते समय यह जरूर सुनिश्चित करे कि एक भी चूजा बीमार न हो, क्योंकि यह दूसरे को बीमार कर सकते है.

एक मांस वाले चुजे की कीमत 15-20 रूपयें होती है और अंडे देने वाली मुर्गी की कीमत 30 से 35 रूपयें होती हैं.

Murgi Farm के लिए ब्रुडिंग

Murgi Farm Business के लिए Brooding बेहद आवश्यक Factor (कारक) है. एक Broiler Poultry Farming Business पूरी तरह से brooding पर निर्भर करता है. क्योंकि अगर ब्रूडिंग में गलती होती है तो चूजे कमजोर होकर 9-8 दिनों में मर जाएंगे या फिर ठिक तरह से विकास नही करेंगे. और फिर मांस का पूरा व्यापार खराब हो जाएगा.

Brooding में कृत्रिम रूप से चूजों को निश्चित आवश्यक तापमान दिया जाता है जो मुर्गीयां अपने बच्चों को निश्चित समय तक अपने पंखों के नीचे रखकर देती है.

यह ब्रूडिंग कई तरह से की जा सकती है, मतलब हम बिजली के बल्ब से, गैस ब्रूडर से या चूल्हा से कर सकते है.

मुर्गी पालन बिज़नस में चूजे को पालने की पूरी प्रक्रिया

मुर्गी के चूजे का पालन निम्न तरिके से किया जाना चाहिए.

  • चूजों को लाने से पहले शेड को 7-8 दिन पहले ही अच्छे से साफ कर ले.
  • इन शेड को बाहर और अंदर से 3% फॉर्मेलिन या अन्य किसी अच्छे कीटाणुनाशक के छिड़काव से कीटाणु मुक्त जगह बनाए.
  • शेड को जालीदार पर्दों से ढके.
  • चूजे लाने के 1-2 दिन पहले फर्श पर 3-4 इंच तक धानी की भूसी का मोटी परत बिछाएं.
  • चूजों के लिए 23 घंटे पहले ही 3 मीटर व्यास वाले टिन की चादर से गोलाकार घर बना ले.
  • शेड का तापमान 750F रखे, मतलब बल्ब या ब्रूडर को चालू करे.
  • शेड में पानी की व्यवस्था करे, और पानी में इलेक्ट्रोलाइट पाउडर व पोटैशियम क्लोराइड मिलाए.
  • चूजों को सही समय पर डिब्बे से बाहर निकाले.
  • पानी पीने के बाद मक्के का दलिया कागज के ऊपर दे.
  • खाना सर्दीयों में सुबह और दोपहर को ही दे, रात को न दे.
  • छोटे और कमजोर चूजों पर ध्यान रखे और उन्हे अलग रखे.
  • मुर्गीयों को उचित दवा व टीककरण अवश्य दे.
  • शेड के बिछोने में सप्ताह में एक या दो बार अवश्य चूना छिड़के जो अमोनिया उत्पादन नही करता है.
  • पानी बिल्कुल साफ रखे. (1 लीटर पानी में 6g ब्लीचिंग पाउडर और 1g पौटेशियम परमैंगनेट मिलाए)
  • ब्रायलर चूजो में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर विशेषज्ञ से सलाह ले.

Poultry Farming के लिए Marketing करना

मुर्गीपालन में अब मार्केटिंग की बारी आती है, जो बेहद जरूरी है. बिज़नस को सफल बनाने के लिए हमें 35-45 दिनों में ही मुर्गी व अंडे को बेचने के लिए बाजार खोजना होगा.

कहने का मतलब है कि स्थानीय बाजार को लक्षित करना होगा, जहां हम अपने उत्पाद अच्छी कीमत पर बेच सके. और परिवहन लागत भी कम लगे. हमें ऐसा बाजार ढुंढना है जहां उत्पादों को भेजना आसान हो. इसके लिए बाजार में मीट या अंडे की खपत को जानना होगा.

हमें अपने मार्केट में ऐसे स्थानों को ढुंढना होगा जहां पर ज्यादा से ज्यादा लोग मीट व अंडे खरिदते हैं. जैसे- स्थानीय मांस की दुकान, होटल, ढाबा इत्यादि. इस मार्केट को अन्य स्थानों तक भी पहुंचाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए परिवहन खर्चे पर अलग से ध्यान देना होगा.

मुर्गी पालन का बिज़नेस को सफल बनाने के लिए हमें मार्केटिंग यानी विज्ञापन भी करना होगा. इसके लिए हम ऑनलाइन व ऑफलाइन तरिकों को इस्तेमाल कर सकते है.

ग्राहक और उपभोक्ताओं का नेटवर्क बनाना

यह जानना बेहद जरूरी है कि हमारे चुने गये मार्केट में ग्राहक और उपभोक्ता कितने हैं. हालांकि ग्राहक और उपभोक्ता दोनों ही अलग-अलग है. ग्राहक वह होता है तो उद्यमी से प्रोडक्ट को लेता है, जबकि उपभोक्ता उन प्रोडक्ट का उपभोग करता है.

मैरे कहने का मतलब है कि हमें अपने बाजार वाले इलाके में यह जानना होगा कि कितने लोग अंडे व मांस को खाते है. और कौन-कौन लोग अंडे व मांस को बेचते है. इसके बाद उन सब से डील करके एक नेटवर्क बनाते है ताकि हम अपने प्रोडक्ट आसानी से बेच सके.

एकाउंटिंग या व्यापारिक गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना

अगर हम बिज़नस कर रहे है तो बिज़नस में होने वाली गतिविधियों और अकाउंटेंट से संबंधित सभी जानकारियों का रिकॉर्ड होना बेहद आवश्यक है. इस रिकॉर्ड की मदद से हम अपने उत्पादन और मुनाफे को सही ढंग से बढ़ा सकते है.

इस रिकॉर्ड में सभी व्यापारिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है, जैसे- उत्पादन, नुकसान, खर्चे, बिक्री इत्यादि. यह काम हम किसी भी कंप्यूटर जानकारी और गणितज्ञ व्यक्ति से करवा सकते है.

बिज़नस में हम सभी डील के लिए रिसीप्ट बुक भी रख सकते है. ताकि जो प्रोडक्ट बिक रहे है उनका रिकॉर्ड रखा जा सके. अकाउंटेंट का रिकॉर्ड पूरी तरह से सही ढंग से बनाया जाना चाहिए और उसे हर सप्ताह या महिने में जांचना चाहिए.

मुर्गी पालन बिज़नस के लिए आवश्यक लाइसेंस व पंजीकरण

अब तक हमने Poultry Farm Business Plan In Hindi को पूरी तरह से समझ लिया है. लेकिन इस बिज़नस को कानूनी रूप से सही ढंग से करने के लिए आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण होना अनिवार्य हैं.

वैसे तो इस बिज़नस के लिए ज्यादा लाइसेंस की जरूरत नही होती है. लेकिन हम अपने बिज़नस को MSME के तहत पंजीकृत करवा सकते है. इसके लिए निम्न बातों का ध्यान रखे.

  • ‘उद्योग आधार’ पर हम ऑनलाइन ऑफिशियल वेबसाइट ‘udyogaadhar.gov.in’ पर सरलता से पंजीकरण कर सकते है.
  • वेबसाइट पर पहुंचकर उद्यमी को आधार संख्या व नाम डालना है और “Validate Aadhar” पर क्लिक करना है.
  • आधार कार्ड वैरिफाई होने के बाद कंपनी का नाम, कंपनी का प्रकार, पता, राज्य, जिला, पिन कॉड, मोबाइल नंबर, ईमेल, पूर्व पंजीकरण डिटेल, बैंक डिटेल, NIC Code, काम करने वाले लोगों की संख्या, निवेश राशि इत्यादि की जानकारी दे.
  • अब अंत में सबमिट बटन पर क्लिक करे.
  • MSME की तरफ से सर्टिफिकेट बनने पर ईमेल के जरिए सर्टिफेकेट भेज दिया जाएगा, जिसे प्रिंट करके निकाल सकते है.

मुर्गी पालन के लाभ

इस बिज़नस को करने पर कई लाभ मिलते हैं. जैसे-

  • वर्तमान में सरकारी पॉल्ट्री बिज़नस को काफी बढ़ावा दे रही है.
  • सरकारी सब्सिडी और कम ब्याज दर पर लोन दे रही है.
  • इस व्यवसाय में अन्य बेरोजगार लोगों को भी नौकरी मिलेगी.
  • मुर्गी के उत्पाद यानी मांस व अंडे की मांग मार्केट में बहुत ज्यादा है.
  • इस बिज़नस को छोटे स्तर से शुरू करके बड़े स्तर तक ले जा सकते है.

मुर्गी पालन की चुनौतियां

MurgiPalan Business को शुरू करने पर हमें कई चुनौतियों का सामना करना होगा. जैसे-

  • वातारण को नियंत्रित रखना,
  • खान-पान का पूरा ख्याल रखना,
  • तकनीकी ज्ञान में कमी
  • खर्चों लागत उच्च होना
  • उन्नत नस्लो की कमी
  • किट-पतंगों, नेवला और सांप से नुकसान
  • मुर्गी पालन से संबंधि संक्रामक बीमारियां
  • कम बाजारी मूल्य
  • मुर्गी उत्पादों के निर्यात की अपर्याप्त सुविधा

मुर्गी पालन के लिए सावधानियां

  1. पॉल्ट्री फार्म में 750F यानी न्यूनतम 10 ड्ग्री सेल्सियस का तापमान होना आवश्यक है.
  2. दाना-अनाज अच्छी गुणवत्ता का होना चाहिए.
  3. संक्रमण व बीमारियों की सही समय पर जांच करनी चाहिए.
  4. खेत में केवल मुर्गो को रखा जाता है, जबकि मुर्गी अंडे की खेती के लिए होती है.
  5. चिकन फार्म को लगातार साफ रखना चाहिए.
  6. पानी आपूर्ति की प्रणाली स्वचालित होना ज्यादा सही है.
  7. शेड ताजी हवा व रोशनदान युक्त होना चाहिए.
  8. चिकन मुर्गीयों को ज्यादा समय तक डिब्बे में नही रखना चाहिए.

मुर्गी पालन व्यावसाय में सब्सिडी

मुर्गी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें सब्सिडी दी जाती है जबकि अन्य व्यवसाय जैसे मशरूम की खेती, गोबर गैस प्लांट, पॉलीहाउस फार्मिंग आदि जैसे छोटे पॉल्ट्री व्यवसाय में कोई विशेष सब्सिडी नही मिलती है.

इस व्यसाय को करने वाले उद्यमी को कुल निवेश का कुछ प्रतिशत पुन: सब्सिडी के रूप में वापस मिलता है.

अगर कोई उद्यमी मुर्गी पालन बिज़नस को 1 लाख रूपयें की अधिक निवेश राशि से शुरू करता है तो उसे सरकार सब्सिडी प्रदान करती है. हालांकि यह सब्सिडी अलग-अलग कैटेगरी के लोगों को अलग-अलग मिलती हैं. जैसे-

  1. General: 25% सब्सिडी
  2. SC/ST: 35% सब्सिडी

यह सब्सिडी NABARD और MSME द्वारा दी जाती है. ताकि उद्यमी कम खर्च पर यह बिज़नस शुरू कर सके.

संक्रमण रोग से बचाव करना और देखभाल करना (टीकाकरण)

मुर्गियों में कई बार वायरल प्रकोप हो जाते है, जिससे हमारा पूरा बिज़नस बरबाद हो जाता है. इसलिए समय पर अवश्य टीकाकरण करे.

HTV टीकाबीमारियों से बचाव के लिए चूजे को लाने पर पहले ही दिन लगाया जाता है.
एफ-1 वैक्सीन2 से 5 दिनों मेंरानीखेत से बचाव के लिए लगाते है.
आईवीडी वैक्सीनयह 14 वें दिन गैम्बोरो रोगसे बचाव के लिए लगाते है.
0.2 मिली दवा21 वें दिन कुकट रोग से बचाव के लिए लगाते हैं.
एफ-2 वैक्सीन28 वें दिन और 9वें व 12वें सप्ताह भी रानीखेत से बचाव के लिए टीका लगाते हैं
संक्रमण रोग से बचाव करना और देखभाल करना

अन्य विशेष जानकारीयां

  • अंडे को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए रेफ्रिजरेटर या कोल्ड स्टोरेज का उपयोग करते है.
  • छोटे व्यापारी चूने के पानी में अंडों को डुबाकर कई दिनों तक सुरक्षित रख सकते हैं.

FAQs (Murgi Farm Ki Jankari)

मुर्गी पालन बिज़नेस के लिए निवेश कितना चाहिए?

एक मुर्गी पालन बिज़नस को शुरू करने के लिए 6 से 8 लाख रूपयें की आवश्यकता होती है

क्या मुर्गी पालन व्यवसाय एक अच्छा व्यवसाय है?

देखा जाए तो यह बिज़नस बहुत कठिन है, लेकिन आसान भी है. हालांकि यह बिज़नस बहुत लाभदायक है लेकिन इसके लिए हमें सही जानकारी के साथ सही तरके से बिज़नस करना होगा. मुर्गी पालन बिज़नस कैसे करे, इसकी पूरी जानकारी हमने इस लेख में दी है.

मुर्गी का बच्चा कितने रूप में मिलता है?

एक मुर्गी का बच्चा यानी चुजा 30-35 रूपयें तक का मिलता है. जिसे देखभाल करके विकसित किया जाता है. विकसित होने के बाद इसका 1 किलों मांस 200 रूपयें में बिकता है.

मुर्गी फॉर्म में कितनी कमाई हो सकती है?

इस बिज़नस में हम अंडों की संख्या और मांस के आधार पर कमाई करते है. अगर एक साल बाद ब्रायलर मूर्गियों को बेचा जाए तो 5 से 7 लाख रूपयें कमा सकते है. इसके अलावा अंडों को बेचकर भी लाखों में कमाई कर सकते हैं.

500 मुर्गी के पालन में कितना खर्च होता है?

अगर हम 500 मुर्गी के चूजों से व्यवसाय शुरू करे तो चूजों के लिए 17,500 रूपयें तक खर्च करना होगा. और इसके अलावा पॉल्ट्री फार्म व खाने-पीने का खर्च होगा. अन्य खर्च 50,000 रूपये तक होगा.

आज के समय में मुर्गी का रेट क्या है?

इसकी रेट अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग हो सकती है. लेकिन समान्यत: दस दिन पहले के मुर्गा की रेट 120 या 140 रूपयें होती है और विकसित मुर्गे की रेट 240-250 रूपयें तक होती है.

देसी मुर्गी कितने दिन में तैयार हो जाती है?

भारत की अपनी देसी मुर्गी 24 सप्ताह में पूर्ण रूप से परिपक्व हो जाती है, जिसका वजन 1.2 किलो (मादा) और 1.4 किलो (नर) होता हैं. इसक प्रजनन क्षमता प्रतिवर्ष लगभग 85 अंडे देने की होती हैं.

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निष्कर्ष: मुर्गीपालन का व्यवसाय कैसे करें हिंदी में

इस आर्टिकल में हमने मुर्गी पालन का बिज़नेस से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपके साथ सांझा की है. मुझे पूरी उमीद है कि आपको हमारी Poultry Farming Guide In Hindi की जानकारी पसंद आयी होगी.

आप हमारे आर्टिकल की मदद से आवश्यक सभी जानकारीयां प्राप्त कर सकते है, जैसे Poultry Farm Business Plan In Hindi, मुर्गी पालन कैसे करे, मुर्गी पालन के लिए लोन, मुर्गी पालन के लाभ इत्यादि.

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नमस्कार! दोस्तों मेरा नाम Ranjeet Singh है. प्रोफेशनल ब्लॉगर के साथ में एक Youtuber भी हूँ. मुझे डिजिटल मार्केटिंग और कंटेंट राइटिंग में गहरी नॉलेज है. इस पैसा.ब्लॉग पर पैसा कमाने वाला ऐप्प, पैसा कमाने के तरीके, पैसा कमाने वाला गेम और बिज़नस आइडिया से सम्बंधित लेख साझा करता हूँ.