मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें (Mushroom Farming In Hindi)

Mushroom Farming Business In Hindi: हमारा देश पहले कृषि प्रधान देश था और आज भी है, भले ही युवा लोग शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं. देखा जाए तो सभी पढ़े लिखे लोग बिज़नेस करते है और ऐसे में कृषि संबंधित सभी जिम्मदारियां ग्रामीण इलाकों में कम पढ़े लिखे लोगों पर आ जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि कृषि से भी काफी अच्छा बिजनेस किया जा सकता है. इस लेख में, मैं आपको Best Business Ideas मशरूम खेती के बारे में बताऊंगा कि मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें?

लेकिन अभी पहले के सिस्टम कुछ बदलाव आ रहा है, मतलब अब शिक्षत लोग भी कृषि को बढ़ावा दे रहे है. आज देखा जाए तो अनेकों शिक्षित एवं कौशल युक्त व्यक्ति सफलतापूर्वक खेती कर रहे हैं. अगर आप भी एक शिक्षित या कम पढ़े लिखे है तो मशरूम की Mushroom Farming Business शुरू कर सकते हैं. आज मशरूम की मार्केट में कीमत अन्य फल व सब्जियों की तुलना में ज्यादा है. इस बिजनेस को अगर सही ढंग से और प्रशिक्षण के साथ शुरू किया जाए तो यह बहुत ही जबरदस्त बिज़नेस है. लेकिन सवाल सामने आता है कि How to Start Mushroom Farming in Hindi?

तो चलिए यह समझने की कोशिश करते है कि मशरूम का बिजनेस कैसे शुरू करे और कैसे एक बड़ा बिजनेस करें?

मशरुम की खेती की विशेषताएं

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  1. मशरूम की खेती छोटे से बड़े स्तर पर की जा सकती है और हर महीने काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते है.
  2. Mushroom Farming Business में शुरू करने के लिए बहुत ज्यादा लागत की जरूरत नही है.
  3. आप मशरूम का बिजनेस केवल एक कमरे में भी शुरू कर सकते है जिसके लिए केवल 5 से 6 हजार रूपयें की जररूत होगी.

मशरूम क्या है और मशरुम बिज़नस क्या है?

Mushroom Farming की अगर बात करे तो यह खेती अन्य फल व सब्जियों की खेती की तुलना में अलग है. मशरूम फार्मिंग क्या है, यह समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि मशरूम क्या है? क्योंकि बहुत सारे लोग मशरूम को वनस्पति या पौधा समझ रहे हैं. लेकिन हकीकत में यह कोई पौधा या वनस्पति नही है, हालांकि यह पौधो के करीबी तौर पर माना जाता है.

मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें (Mushroom Farming Business In Hindi)

वास्तव में मशरूम एक कवक या फंगाई है जो लोगों के लिए काफी स्वास्थ्यवर्ध आहार है. वैसे इसे अन्य फसल की खेती की तरह जमीन में नही उगाया जाता है क्योंकि मशरूम की खेती के लिए विशेष वातावरण की जरूरत होती है और इसकी खेती को एक कमरे में जमीन की सतह से ऊपर प्लास्टिक बैग में की जा सकती है.

यह मशरूम स्वास्थ्यवर्धक आहार होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी है, इसलिए इसका इस्तेमाल होटलों से लेकर घऱों में अनेकों स्वादिष्ट डिश बनाने में किया जाता हैं. मशरूम स्वादिष्ट होने के कारण, इसकी मांग मार्केट में बहुत ज्यादा हैं और यह हमेशा इसी तरह बनी रहती है.

वैसे मैं आपको बता दूं कि मशरूम को सही क्रियाविधि से उगाने की प्रक्रिया को Mushroom Farming कहा जाता है और मशरूम को मार्केट में बेचकर अच्छी कमाई करना एक Mushroom Farming Business है.

मार्केट में मशरूम के विभिन्न प्रकार

देखा जाए तो पूरी दुनिया में 10,000 से भी ज्यादा मशरूम की प्रजातियां देखी गयी हैं, जिसमें जंगली और खाने योग्य मशरूम दोनों ही शामि हैं. लेकिन अगर भारत में केवल खाने योग्य मशरूम की बात की जाए तो भारत में मुख्यत: 3 प्रकार के मशरूम हैं जिनकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा हैं. जैसे-

  1. बटन मशरू (Button Mushroom)
  2. मिल्की मशरूम (Milky Mushroom)
  3. ढिंगरी या ओएस्टर मशरूम (Oyster Mushroom)

इसके अलावा भी मशरूम के कुछ अन्य प्रकार भी हैं, जैसे-

  • दवा युक्त मशरूम
  • पैड़ी स्ट्रॉ मशरूम
  • स्पेशली मशरूम

मशरूप की खेती के व्यापार के लाभ

अगर आप मशरूम की खेती का व्यापार शुरू करते है तो इसमें आपको बहुत सारा लाभ मिलने वाला हैं. जो निम्न है.

  1. भारत देश में मशरूम उगाने की लागत बहुत कम है, मतलब आप बेहद कम निवेश में मशरूम की खेती कर सकते है.
  2. इस खेती की खास बात यह है कि इसे किसी भी जलवायु या मौसम में शुरू किया जा सकता हैं, मतलब फल व सब्जियों की खेती की तरह मौसम पर निर्भर नही रहना पड़ता हैं.
  3. मशरूम की खेती के लिए ज्यादा जमीन की जरूरत नही होती हैं, मतलब आप एक या दो कमरे में ही इसका अच्छा खास बिजनेस कर सकते हैं.
  4. इसमें विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होती है जिससे किसी व्यक्ति में इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है.
  5. एक रिपोर्ट के आंकड़े के अनुसार मशरूम का सेवन स्तर कैंसर एवं प्रोस्टेट कैंसर को रोकता है.
  6. मशरूम फार्मिंग में मजदूरों की जरूरत भी कम ही होती है, और यह मजदूर ग्रामीण इलाकों से कम दरों पर आसानी से मिल जाते हैं.
  7. इसकी मांग देश के घरों से लेकर होटलों में स्वादिष्ट खाना बनाने के लिए हमेशा रहती है.
  8. हमारे देश की मशरूम की मांग केवल देश तक ही सीमित नही है बल्कि इसका व्यापार विदेशों में भी किया जाता हैं.
  9. सरकार भी मशरूम फार्मिंग को काफी प्रोत्साहित कर रही है. इसलिए राज्य व केंद्र सरकार मशरूम खेती के व्यापार के लिए अनेकों योजनाएं चला रही है, जिसमें सरकार सब्सिडी युक्त लोन भी दे रही है.
  10. जो किसान धान की खेती करते हैं, उनके लिए मशरूम की खेती करना बेहद लाभदायक है.

मशरूम की खेती के लिए बीज कहाँ से खरीदें

आप मशरूम के बीज अपने स्थानीय मार्केट में किसी भी खाद या बीज भंडार की दुकान से खरीद सकते है. हालांकि अगर आप यह बीज मार्केट से खरीदते है तो आपको खोड़े महंगे मिलेंगे. लेकिन अगर यही बीज आप सराकरी बीज भंडार दुकानों से खरीदते है तो आपको कुछ कम कीमत पर बीज मिल जाएंगे.

इसके अलावा आप मशरूम के बीज को ऑनलाइन भी खरीद सकते है. मशरूम भीच को ऑनलाइन खरीदने के लिए आप Indiamart Website पर जा सकते है और इसके अनेक एग्रीकल्चर वेबसाइट है जहां से आप मशरूम के बीज खरीद सकते हैं.

लेकिन अगर मैं मशरूम के बीच की कीमत की बात करूं तो प्रति किलोग्राम मशरूम बीज की कीमत 75 रूपयें हैं. हालांकि मशरूम बीज की कीमत का निर्धारण ब्रांड और किस्म के आधार पर किया जाता है. अत: अगर आप मशरूम के बीज खरीदने के लिए जा रहे है तो आपको पहले ही निश्चित करना होगा कि आपको किस ब्रांड और किस किस्म के बीज लेने है. क्योंकि बीजों की किस्म के आधार पर भी पैसे देने पड़ते हैं.

मशरूम का व्यापार शुरू करने के लिए लागत

मशरूम का बिजनेस शुरू करने के लिए कोई भी सटीक लागत नही हैं क्योंकि मशरूम बीजों की लागत अलग-अलग किस्मों के आधार पर अलग-अलग होती हैं. लेकिन अगर आप अंदाजन 100 स्क्वायर मीटर की जमीन पर खेती करते है तो आपको 10 से 15 रूपयें तक का खर्च हो सकता है. लेकिन यह आंकड़ा अलग-अलग राज्य में और अलग-अलग प्रकार के मशरूम बीजों की किस्मों पर निर्भर करता है.

ध्यान दे कि मशरूम की खेत करने के लिए हर राज्य में अलग-अलग नियम होते हैं, और साथ ही अलग-अलग परेशानियां भी होती है. मतलब कहीं जगहों पर अधिक बारीश होती है तो कहीं पर बहुत कम बारीश होती है. इसके अलावा बाहरी वातावरण पर भी नियंत्रण रखने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती है. इसके लिए कभी-कभी जेब से आपको अतिरिक्त खर्च भी करना पड़ जाता है.

इसलिए मशरूम का बिजनेस शुरू करने के लिए एकदम सही आकंडां दे पाना मुश्किल है. लेकिन अगर आपके पास बड़ी जमीन है तो आप लगभग एक लाख रूपयें तक का निवेश करके बड़ा बिज़नेस कर सकते हैं.

मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें (Start Mushroom Farming In Hindi)

मशरूम मांस की तरह दिखाई देने वाला एक कवक है जिसमें प्रोटिन और अन्य अनेक पोषक तत्व जैसे विटामिन, डी मौजुद होता है. इसक आधार लगभग एक छत्तरी की तरह होता है. देखा जाए तो भारत में 5 से 6 तरह के मशरूम को उगाया जाता है जिसमें बटन मशरूम को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है.

मशरूम की डिमांड घरों से लेकर होटलो और दवाएं बनाने वाली कंपनियों तक होती है. इस मशरूम का ज्यादातर उपयोग चाइनीज खानों में किया जाता हैं. इसलिए भारत के मशरूम को देश के बाहर भी भेजा जाता हैं.

मशरूम की खेती कृत्रिम रूप से किसी भी मौसम में रसायनों और तकनीकी ज्ञान के द्वारा शुरू की जा सकती है. इसके लिए आपके पास जमीन होनी चाहिए जिस पर आप मशरूम आसानी से उगा सके. मशरूम खेती का व्यापार दो तरह से किया जा सकता हैं.

मतलब आप कंपनी लगाकर बड़ा बिजनेस कर सकते है अन्यथा अपने खेत की जमीन पर भी इसकी खेती कर सकते है. हालांकि इस खेती को करने के लिए जमीन को एक बंद कमरे की तरह ढकना होगा. इस बिजनेस को आप छोटे व बड़े स्तर पर कर सकते हैं.

ध्यान दे कि भारत देश में मशरूम की खेती ज्यादातर सर्दियों के मौसम में की जाती है क्योंकि खेती के दौरान कम तापमान की जरूरत होती है. और साथ ही मशरूम उगाने के लिए घास-फूस या फिर गेहूं एवं धान के भूसे की जरूरत होती है. इसके अलावा आपको किटनाशक दवाएं और अच्छे बीज भी खरीदने पड़ते हैं.

इसकी खेती एक बंद कमरे में की जाती है जहां पर अधिकतम नमी हो. इस खेती के साथ कई कार्बनिक – अकार्बनिक यौगिक, नाइट्रोजन पोषक तत्व का इस्तेमाल करके इसके उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है. तो चलिए अब हम यह समझने की कोशिश करते है कि मशरुम की खेती कैसे शुरू करें?

#1 मशरूम फार्मिंग के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करना

आज के समय में हर बिजनेस तकनिकी ज्ञान और प्रबंधकीय जानकारीयों के आधार पर ही शुरू किया जाता है. क्योंकि बिना ज्ञान के बिजनेस शुरू करना बिल्कुल घाटे का सौदा है. आज सरकार स्वयं इसका प्रशिक्षण प्रदान कर रही है. अगर आप मशरूम का बिजनेस शुरू करना चाहते है तो आपको सरकारी या गैर-सरकारी संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए.

इसके अलावा आप किसी जानकारी और अनुभव व्यक्ति से भी बिजनेस  को सिख सकते हैं, औरपूरी ट्रेनिंग ले सकते हैं. क्योंकि मशरूम की खेती बिना तकनीक के शुरू करना मुश्किल है.

#2 मशरूम फार्मिंग के लिए जमीन व कमरा बनाना

मशरूम की खेती का बिजनेस शुर करने का संपूर्ण ज्ञान लेने के बाद आपको अब खेती के लिए जमीन की जरूरत होगी. हालांकि आप यह बिजनेस बेहद कम जमीन पर शुरू कर सकते है और 20 से 50 हजार रूपये तक का मुनाफा कमा सकते है.

हालांकि आपको सबसे पहले जमीन पर एक छप्पर बनाना लोगा. मतलब जमीन को बंद कमरे की तरह पैक करना होगा. ऐसे इसलिए किया जाता है क्योंकि मशरूम केवल नमी युक्त वातावरण में ही उगते हैं. ध्यान दे कि आपकी जमीन पर कमरे होना अति आवश्यक है.

#3 मशरूम खेती के लिए आवश्यक सामग्री की आवश्यकता

अगर आप मशरूम खेती का बिजनेस बहुत ही छोटे स्तर पर शुरू करते है तो आप यह बिजनेस 10 से 20 हजार रूपयें के निवेश से शुरू कर सकते है. हालांकि यह आंकड़ा अलग-अलग राज्य और स्थितियों के आधार पर कम या ज्यादा भी हो सकता है. लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने के लिए निम्नलिखित चीजों की आवश्यकता होती हैं.

  1. खेती के लिए खाली जमीन पर बंद कमरा
  2. घास-फूस या फिर गेहूं एवं धान का भूसा
  3. मशरूम के बीज
  4. पानी वाला स्प्रे
  5. किटनाशक दवाएं
  6. कार्बनिक – अकार्बनिक यौगिक, नाइट्रोजन पोषक तत्व आदि.

#4 हैंगिंग मेथडड या रैकिंग मेथड़ इस्तेमाल करना

मशरूम का बिजनेस शुरू करने के लिए भारत में दो तरह की पद्धतियां काफी प्रसिद्ध हैं, जैसें- हैंगिंग मेथड़ और रैकिंग मेथड़. अगर आप मशरूम खेती का बिजनेस शुरू कर रहे है तो आपको कमरे का निर्माण कार्य किसी भी एक मेथड़ के आधार पर करना होगा. इसलिए आपको सबसे पहले कोई भी एक उचित मेथड़ चुनना होगा.

आप शायदही जानते होंगे कि मशरूम की बुआई प्लास्टिक की थैलियों में की जाती है, जिन्हे धरती पर नही उगाया जा सकता है.

हैंगिंग मेथड़ से मशरूम की खेती कैसे करें

इस मेथड का इस्तेमाल करने के लिए कमरे में आमने सामने वाली दिवारों पर लकड़ीयों की गिट्टियों को मजबूती से ठोका जाता है. और उसके ऊपर बांस की लकड़ियों को 2-2 फीट के अंदर में सटा दिया जाता है.

इसके बाद इन बांस की लकड़ियों में एक निश्चित अंतराल पर रस्सी फंसा दी जाती है. इस रस्सी के चार पलड़ो को नीचे छोड़कर निश्चित दूरी पर गांठ बांध ली जाती है. और यह गांठे कंमरे की ऊंचाई के आधार पर बांधी जाती है. इन छोड़े गये चार पलड़ो पर मशरूम के बैग लटकाए जाते हैं.

रैकिंग मेथड़ से मशरूम की खेती कैसे करें

इस प्रक्रिया में तख्तों या बांस की चौड़ी लकड़ी को जमीन से लगभग 7-8 इंच ऊपर से शुरू करके निश्चित दूरी पर तिरछा बिछा दिया जाता है. ऐसी स्थिति में यह रैक की तरह दिखाई देते हैं. अब इनके ऊपर मशरूप के प्लास्टिक बैग रखकर मशरूम का उत्पादन किया जाता है. इस तरह उद्यमी किसी भी एक प्रक्रिया को चुनकर उसके अनुसार कमरे को तैयार करे.

#5 भूसे का प्रबंधन करना

जैसा की मैने आपको पहले ही बताया कि Mushroom Farming में गेहूं के भूले या फिर धान के भूसे आदि की जरूरत होती हैं. जब घर की बिजाई करते है तो उस समय मशरूम बैक के ऊपर से डाला जाता है ताकि फंफूद या कवक जल्दी पैदा हो सके.

हालांकि भूसे को सबसे पहले शुद्धिकरण प्रक्रिया के द्वारा जीवाणुओं से मुक्त किया जाता है. जिसके लिए डेजियम नामक रसायन का प्रयोग किया जाता है. इस रसायन को एक हौदी में डालकर पानी के साथ धो दिया जाता है.

अब पानी में कितने रसायन को मिलाना चाहिए यह आपको प्रशिक्षण के दौरान बताया जाता है. अन्यथा आप राज्य के कृषि विभाग से जुड़े वैज्ञानिकों से सटीक जवाब ले सकते है. ध्यान दे कि भूसे की सफाई काफी सावधानी से होती है ताकि कोई जीवाणु या विषाणु न रह जाए.

इसके बाद भूसे को सुखाया जाता है जिसके लिए इसे प्राकृतिक रोशनी की धुप में रखा जाता है. इस भूसे को अच्छी तरह सुखाने के लिए हर एक दो घंटे में पलटा जाता है, और यह प्रक्रिया दो दिनों तक चलती है.

#6 कम्पोस्ट का प्रबंधन करना

मशरूम की खेती के लिए भूसे के अलावा आपको खाद भी तैयार करनी पड़ती है. यह खाद नारियल के बुरादे यानी नरियल छिलते वक्त जो कोको पीट निकलता है उसे लिया झाता है. और इस कोको पीट को लगभग डेढ़ साल पुराने गोबर के सात मिलाया जाता है.

ध्यान दे कि कम्पोस्ट यानी खाद को बनाने के लिए 80% गोबर का इस्तेमाल किया जाता है, और इसमें भी लगभग 5% फोर्मलिन नामक एक रसायन मिलाया जाता है. फोर्मलिन के कारण कम्पोस्ट के साथ हानि पहुंचाने वाले जीवाणु या विषाणु नही जा पाते हैं.

#7 खेती में स्पान की बिजाई करना

मैं आपको पहले ही बता चुका हूं कि भारत में मिल्की मशरूम और ओएस्टर मशरूम की खेती सबसे ज्यादा होती है. हालांकि मिल्की मशरूम और ओएस्टर मशरूम की बिजाई करने की पद्यति में थोड़ा अंदर होता है. यह अंतर आप प्रशिक्षण के दौरान बहुत अच्छे से समझ सकते हैं. हालांकि हमने बिजाई प्रक्रिया को संक्षिप्त में समझाने की कोशिश की है.

मिल्की मशरूम की बिजाई के दौरान मशरूम के प्लास्टिक बैगों को नीचे से कौनों को काटा जाता हैं. यह तीन लेयर में की जाती है यानी मशरूम स्पान के बाद भूसा डालते है और फिर मशरूम स्पान डाल दिया जाता है. इसके बाद पन्नी में छेद भी किया जाता है.

ओएस्टर मशरूम की बिजाई की बात करूं तो इस प्रक्रिया में भूसे को एक स्तान पोअर फैलाकर उसके ऊपर मशरूम स्पान का छिड़काव किया जाता है. इस छिड़काव के बाद भूसे को पलट – पलटकर बीज को उसमें अच्छी तरह मिला देते है. और फिर इस मिश्रीत भूसे को प्लास्टिक बैग में गोलाकृति में भर दिया जाता है. इसकी थैली में भी छेद कर दिये जाते है ताकि मशरूम बैग से बाहर आए तो टकराएँ नहीं.

#8 मशरूम के लिए कमरों का वातावरण अनुकूल करना

अलग-अलग जगहों पर मिल्की मशरूम और ओएस्टर मशरूम उत्पादन के लिए कमरों का वातावरण अलग-अलग तरह से मैंटेन किया जा सकता हैं. हालांकि मैने यहां पर एक औसत स्थिति बतायी है जिसमें दोनों मशरूम का उत्पादन किया जा सकता हैं.

मशरूम की खेती में मशरूम को एक बिल्कुल बंद कमरे में 15 से 20 दिन तक रखा जाता है जिसमें एक भी छिद्र नही होता है. हालांकि खिड़की, दरवाजे, रोशनदान आदि सब कुछ बंद रखा जाता है. और इन 15-20 दिनों के अंदर नियमित रूप से कमरे का तापमान जरूरी होता है.

ध्यान दे कि उद्यमी को केवल कमरे का तापमान मैंटेन नही रखना है बल्कि मशरूम बैगों का भी तापमान कमरे के ताप के बराबर हो. मशरूम बैगों का तापमान देखने के लिए उद्यमी को बैग में थर्मामीटर लगाना होगा.

मशरूम की खेती में शूर के 15 से 20 दिनों तक कमरे का ताममान 25 से 30 डिग्री रखा जाता है और औएस्टर मशरूम के उत्पादन के लिए तापमान 30 डिग्री से ऊपर रखा जाता है.

#9 मशरूम की फसल की कटाई करें

हर फसल को उगाने के बाद एक निश्चित समय पर उसकी कटाई भी की जाती है ताकि उसे मार्केट में बेचा जा सके. ठीक इसी प्रकार मशरूम की फसल की भी कटाई की जाती है. हालांकि अन्य फसलों की तरह मशरूम की कटाई के लिए यंत्र की आवश्यकता नही होती हैं.

सामान्यत: मशरूम 30 से 45 दिनों में उग जाते है और प्लास्टिक बैग के ऊपर आ जाते है और जैसे भी मशरूम पकता है तो उसका फल आपको दिखाई देना लगते है जिसे आप बहुत ही आसानी से हाथों से तोड़ सकते है.

अब इन तोड़े हुए मशरूम को एक अंधेरे कमरे में रख दिया जाता है जहां  पर हवा का आवागमन न हो, और ऐसा लगभग 15 दिनों तक किया जाता है.

अगर आपको फसल वाले घर को खोलना है, और उसमें हवा की उचित व्यवस्था करनी है जिसके लिए आप पंखे का इस्तेमाल कर सकते है. अब कुछ दिनों में फसल पूरी तरह तैयार हो जाएगी जिसे आप पैक करके मार्केट में बेच सकते है.

#10 Mushroom की पैकेंजिंग करना

उपरोक्त प्रक्रिया को अच्छे से फॉलो करने के बाद आपकी फसल बनकर तैयार हो जाएगी जिसे आप पैकिंग करके मार्केट में बेच सकते है. मशरूम की पैकेजिंग करने के लिए आप प्लास्टिक थैली का इस्तेमाल करे.

अगर आपकी कोई कंपनी है तो आप डिजाइन प्रिंट वाली थैली का इस्तेमाल करे जिस पर कंपनी का लोगो, मैन्युफैक्चर डेट और मैन्युफैक्चर डिटेल्स लिखे. अब इन थैलीयों में मशरूम भरकर उसे सील पैक कर दे.

#11 Mushroom को बेचने के मार्केट ढूंढे

मशरूम को पैक करने के बाद उसे मार्केट में बेचना पड़ता है. अगर मशरूम को बेचने की बात करे तो आप इसे अपने नजदीकी मार्केट या शहरी मार्केट में बेच सकते है. आपको मशरूम बेचने के लिए बड़ी-बड़ी दुकानों पर संपर्क करना चाहिए.

इसके अलावा आप अपने मशरूम को ऑनलाइन भी बेच सकते  है जिसके लिए आप अपनी खुद की ई-कॉमर्स वेबसाइट बना सकते है. अन्यथा आप किसी अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे Amazon, पर भी अपने प्रोडक्ट ऑनलाइन बेच सकते हैं.

Mushroom Business में मुनाफा कैसे मिलेगा

Mushroom Business एक ऐसा बिजनेस है जिसमें पूरे विश्व में हर साल 12.9 प्रतिशत बढ़तरी हो रही है, जिसका तात्पर्य है कि इस व्यापार से कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. हालांकि हम मशरूम खेती की लागत की तरह इसके मुनाफे का एक अंदाजा लगा सकते हैं, लेकिन पूरी तरह से सटीक मुनाफा नही बता सकते है.

अगर आप 100 वर्गमीटर की जमीन पर मशरूम की खेती करते है तो आपको लगभग 1 लाख रूपये से लेकर 5 लाख रूपये तक का मुनाफा मिल सकता हैं. मशरूम खेती का लाभ आपकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने वाली तकनीकी पर निर्भर करता है. देखा जाए तो सामान्यत: आप मशरूम खेती पर 12% से 20% तक का लाभ ले सकते है.

Mushroom Farming Business के लिए सरकार की मदद

वर्तमान समय में भारत देश के हरियाणा राज्य में मशरूम की खेती को काफी ज्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए सरकार लोगों को मशरूम खेती करने के लिए प्रशिक्षण दे रही है और साथ ही खेती शुरू करने के लिए सरकार सब्सिडी  युक्त लोन भी दे रही है. मतलब अगर आपको मशरूम खेती का एक छोटा सा व्यवसाय शुरू करने में पैसे की कमी हो रही है तो सरकार से सब्सिडी ले सकते है.

इसके अलावा अगर आपको मशरूम का बिजनेस शुरू करने के लिए  ज्यादा पैसों की जरूरत है तो आप सरकारी योजना के तहत कम ब्याज दरों पर लोन भी ले सकते हैं. उदाहरण के लिए पूरे देश में मुद्रा लोन की योजना चल रही है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति  जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है, वह 10 लाख रूपयें तक का लोन ले सकते हैं.

क्या आपको पता है कि सरकार निम्न वर्गीय किसानों को एक मशरूम के थैले पर लगभग 40% की सब्सिडी और सामान्य वर्गीय किसानों को मशरूम के थैले पर 20% तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी.

FAQs – Start Mushroom Farming in Hindi

इस आर्टिकल में हमने जाना कि मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें? और मुझे पूरी उमीद है कि आपको इस आर्टिकल की मदद से अपना बिजनेस शुरू करने में काफी मदद मिली होगी. तो चलिए अब हम कुछ FAQs पर चर्चा करते हैं-

मशरूम की खेती में कितना खर्च हो सकता है?

1 kg मशरूम को बनाने में लगभग 50 रूपयें खर्च होते है जिसमें भूसा, गेंहू आदि सब खरीदे जाते हैं. इस तरह 10 क्विंटल मशरूम उगाने के लिए आपको कुल 50 हजार रूपयें तक का इन्वेस्ट करना होगा.

मशरूम की ट्रेनिंग में कितने दिन लगते हैं?

मशरूम खेती से संबंधित ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए आपको 3 दिन लगेंगे. लेकिन अगर आप ऑफलाइन प्रशिक्षण लेते है तो उसमें थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है क्योंकि ऑफलाइन प्रशिक्षण में आपको ट्रेनिंग भी दी जाती है.

मशरूम का व्यापार कैसे करें?

मशरूम की खेती के लिए आपको एक जमीन चाहिए होगी जिसे बंद कमरे बदलना होगा. खेती के लिए मशरूम बीज, भूसा, रसायन की जरूरत होगी. इसके अलावा आपके पास उचित प्रशिक्षण भी होना चाहिए.

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निष्कर्ष – मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें हिंदी में

अब तक आप यह तो जान चुके होंगे कि मशरूम खेती के क्या लाभ है और मशरूम की खेती का व्यापार कैसे शुरू करें? इस लेख में मैने Mushroom Business में शुरू करने के लिए सभी आवश्यक जानकारीयां पदवार दी हैं जिससे आपको इस बिज़नेस को समझने में काफी आसानी होगी.

अगर आप फल व सब्जियों के बिजनेस से ज्यादा खुश नही है तो मशरूम के बिजनेस को छोटे या बड़े स्तर पर शुरू कर सकते है. और मजेदार बात तो यह है कि यह बिजनेस आप अपने किसी भी नियंत्रित वातावरण वाले कमरे में शुरू कर सकते है.

आज के समय में यह एक शानदार बिजनेस आइडिया है क्योंकि फल व सब्जियों के बिजनेस की तुलना में यह बिजनेस काफी लाभदायक है.

नमस्कार! दोस्तों मेरा नाम Ranjeet Singh है. प्रोफेशनल ब्लॉगर के साथ में एक Youtuber भी हूँ. मुझे डिजिटल मार्केटिंग और कंटेंट राइटिंग में गहरी नॉलेज है. इस पैसा.ब्लॉग पर पैसा कमाने वाला ऐप्प, पैसा कमाने के तरीके, पैसा कमाने वाला गेम और बिज़नस आइडिया से सम्बंधित लेख साझा करता हूँ.

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