मसाले का बिज़नस कैसे शुरू करें | Masala Business Plan In Hindi

Masala Business Plan In Hindi: यह बेस्ट बिज़नस आईडिया महत्वपूर्ण है क्यों की हमारे भोजन में मसालों बङा ही महत्वपूर्ण स्थान है या फिर हम यह कह सकते है कि मसालों के बिना स्वादिष्ट भोजन बनाना संभव ही नही है.

किसी भी भोजन को स्वादिष्ट बनानें के लिए मसालो की उचित मात्रा काफी महत्वपूर्ण होती है. मसालो का उचित मात्रा से अधिक या कम मात्रा में इस्तेमाल करनें से भोजन का स्वाद काफी प्रभावित होता है.

अगर हम भारतीय लोगो की बात करें तो हम बता दे कि भारतीय लोगो का खाना बिना मसालों के पूरा ही नही होता है. उदा. जीरा, धनिया, लाल मिर्च, हल्दी आदि.

भारत में मसालो का इस्तेमाल सिर्फ भोजन में स्वाद लानें के लिए ही नही बल्कि स्वास्थ्य को बनाएं रखनें के लिए भी करते है. उदा. के रुप में हल्दी, अदरक, दाल चीनी आदि.

मसाले का बिज़नस कैसे शुरू करें Masala Business Plan In Hindi

हालांकि मसालों को निर्माण घर में किया जा सकता है, किंतु इसके लिए एक विशेष प्रक्रिया को अपनाना होता है, इस कारण अक्सर लोग घर में मसाले नही बनाते है तथा बाजार से लेकर आते है.

इसी कारण भारतीय बाजारो में मसालो की मांग बहुत अधिक होती है. वैसे भारतीय मसालो की मांग सिर्फ भारत में ही नही अपितु विदेशो में भी बहुत अधिक है.

इसी कारण काफी सारे लोग भारत में मसाले बनानें का बिज़नस करके अच्छा मुनाफा कमा रहे है.

अगर आप कम लागत में शुरू होने जानें वाले बिज़नस की तलाश कर रहे है तो मसाले का बिज़नेस आपके लिए काफी अच्छा बिज़नस आइडिया हो सकता है तथा इसें कम लागत में शुरु किया जा सकता है.

चलिए आज हम इस लेख में जानेंगे कि आप किस प्रकार से घर से मसाला बनानें का व्यापार शुरु कर सकते है? तथा कितना लाभ कमा पाएंगे.

मसाले का बिज़नस क्या है (Spice Business In Hindi)

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अगर हम मसाला बिज़नस शब्द को समझे तो इसमें आपको कई सारी गतिविधियां सम्मिलत हुई मिलेगी. जैसे मसालो को खरीदकर बेंचना, मसालो की खेती करना आदि.

लेकिन हम इस लेख में जिस मसाला बिज़नस की बात कर रहे है उससे तात्पर्य है कि ऐसा बिज़नस जिसमें कच्चे मसालो को खरीदकर, उन्हे प्रसंस्कृत करके खानें के इस्तेमाल में आनें योग्य बनाया जाता है.

हम देखते है कि अधिकतर बाजारो में मसाले पिसे हुए तथा पैकिंग के रुप में आता है. अर्थात जब किसी बिज़नस में कच्चे माल को पीसकर पाउंडर के रुप में बदलकर, बाजार में बेंचनें के लिए ले जाना ही मसाला बनानें का बिज़नेस (Spice Business) कहलाता है.

भारत को मसालो का उपभोक्ता, उत्पादक तथा निर्यातक भी कहा जाता है. इसके अलावा भारत को मसालो का घर भी कहा जाता है.

क्योंकि भारत में ही सबसे अधिक मसालो का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि भारत में सांस्कृतिक दृष्टि से काफी अंतर दिखता है किंतु यह मसाला ही है, जो उन्हे एक दुसरे से जोङे रखता है.

क्योंकि भारत के प्रत्येक हिस्से की भले ही संस्कृति अलग हो किंतु वे सभी भोजन में एक जैसे मसालो का ही इस्तेमाल करते है.

भारत के लोग प्राचीनकाल से मसालो का उत्पादन कर रहे है. इसी कारण यह दुनिया का सबसे बङा मसालो का उत्पादक देश है.

अंतराष्ट्रीय संगठन द्वारा सूचीबद्ध 109 प्रकार के मसालों में से लगभग 75 प्रकार के मसालों का उत्पादन भारत द्वारा किया जाता है तथा संपूर्ण विश्व में मसालो के व्यापार का आधा हिस्सा भारत का है.

Masale Business Overview in Hindi

मुख्य बिंदुजानकारी
बिज़नस का नाममसालो का बिज़नस
बिज़नस का प्रकारलघु उद्योग
बिज़नस को शुरू करनें की लागत4 से 5 लाख रुपय
बिज़नस में लाभ50 हजार से 1लाख रुपय
अनुभवहां
रजिस्ट्रेशन की आवश्यकताहां
सरकारी सहायताप्रधानमंत्री मुद्रा योजना
Masale Business Overview in Hindi

ऐसे में जब हम “मसाला उद्योग कैसे शुरु करते है” के बारे में बात करते है तो हमारे मन में यह प्रश्न आना स्वभाविक है कि हमें मसाला उद्योग को क्यो शुरू करना चाहिए? तथा मसाला बनानें के बिज़नस की बाजार में मांग क्या है? चलिए अब इसके उत्तर के बारें में जानते है-

मसाले का बिज़नस क्यों शुरू करें (बाजार में मसाले की मांग)

हम मनुष्यों की पुरानी आदत है कि हम जब कोई कार्य करते है, तब हम एक ही बात सोचते है कि हम इसे क्यों करे? क्या कारण है इसे करनें का? तथा इसे करनें के फायदे क्या होंगें?

  • भारत में मसालो की पैदावर काफी अधिक होती है, जिस कारण Spice Business के लिए कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो जाता है.
  • इस बिज़नस को कम निवेश के साथ शुरु किया जा सकता है तथा शुरुआत में सामान्य पैकेट में मसालो की पैकेजिंग की जा सकती है.
  • कुछ मसालो जैसे हल्दी तथा मिर्च का इस्तेमाल खानें में स्वाद लाने के अलावा कॉस्मेटिक, टेक्सटाइल तथा पेंट उद्योग में भी किया जाता है.
  • मिर्च जैसे इत्यादि मसालो का इस्तेमाल आचार, चटनी तथा दवाएं बनानें वाली अनेक उद्योगो में बङी मात्रा में किया जाता है.
  • यदि आपके मसालो की गुणवत्ता अच्छी है तो आप सिर्फ देश में ही नही बल्कि विदेशो में भी मसालो का निर्यात कर सकते है.
  • मसालो का बिज़नेस(Spice Business) में टार्गेट ग्राहक सिर्फ गृहणीयां ही नही बल्कि होटल, सेना व रेलवें के कैंटिन भी हो सकते है.
  • शुरुआती दौर में मसाला उद्योग को घर में शुरु किया जा सकता है. जिससे आपको कम पैसे खर्च करनें पङेंगे.
  • चुंकि भारत की विशालकाय जनसंख्या का मसालो के इस्तेमाल होनें के कारण सभी कंपनीयां भारत के साथ व्यापार करनें के लिए हमेशा तैयार रहती है.

भारत में मसाले का उत्पाद करनें वाले राज्यो की लिस्ट

हम सब जानते है कि किसी भी बिज़नस को शुरु करनें के लिए कच्चे माल की आवश्यकता होती है.

इसलिए मसाले का बिज़नसशुरू करनें से पहले यह जान लेना चाहिए कि भारत के कौनसे राज्य में किस मसाले का उत्पादन किया जाता है?

ताकि आप अपनें मसाला बनानें के बिज़नेस में केवल उन्ही मसालो को शामिल करे, जिन्हे आप सस्ती दर में खरीद पाएं.

मसाले का नामउत्पादक राज्यो के नाम
इलायची  छोटी इलायची का उत्पादन-केरल, कर्नाटक तथा तमिलनाडु बङी इलायची का उत्पादन- सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल
हल्दी  उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मेघालय, केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल,कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश तथा उङिसा आदि.  
मिर्चमध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उङीसा, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्रा आदि.  
काली मिर्चतमिलनाडु, केरल तथा कर्नाटक  
अदरककैरल, कर्नाटक, मेघालय, उङीसा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हिमांचल प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, झारखंड तथा छत्तीसगढ़ आदि.  
धनिया  राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि.  
जीराउत्तर प्रदेश, गुजरात व राजस्थान
सौंफगुजरात, राजस्था, उत्तर प्रदेश
अजवायनउत्तर प्रदेश व पंजाब
लोंगकर्नाटक, तमिलनाडु, केरल
मेथीउत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा गुजरात में
जायफल तथा जावित्रीतमिलनाडु तथा केरल
केसरजम्मू एंड कश्मीर
वैनिलाकेरल, कर्नाटक, तमिलनाडु
लहसुन  कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, उङीसा, महाराष्ट्रा, हरियाणा तथा मध्य प्रदेश में
अनार के बीजतमिलनाडु तथा महाराष्ट्र  में
हर्बल तथा विदेशी मसालेतमिलनाडु राज्य में
कोकमसिर्फ कर्नाटक में
तेजपत्तासिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश में
कैम्बोजकर्नाटक तथा केरल
अजोवन  बिहार और जम्मू कश्मीर में
सरसोआंध्र प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश में
सोया बीजराजस्थान व गुजरात में
भारत में मसाले का उत्पाद करनें वाले राज्यो की लिस्ट

भारतीय मसालों का निर्यात कहां कहां होता है?

अगर आप मसाला का व्यापार शुरु करना चाहते है तो आपको यह भी जान लेना चाहिए कि भारत में बनें मसालों को कहां तथा किन देशों में बेंचा जाता है?

जैसा कि हम जान चुके है कि भारत में सबसे अधिक मात्रा में मसालो का इस्तेमाल किया जाता है. इसी कारण भारत को मसालों का घर (Home of Spices) भी कहा जाता है.

विश्व में कुल 108 प्रकार के मसालो का उत्पादन किया जाता है, जिसमें से केवल भारत में ही 75 प्रकार के मसालो का उत्पादन किया जाता है.

एक आंकङे के अनुसार अप्रेल 2021 में मसालो का निर्यात 398.50 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा था.

Fy-19 के दौरान, भारत के मिर्च का निर्यात 468,500 टन, जीरा का निर्यात 180,300 टन का तथा दल्दी का निर्यात 133,600 टन का व इलायची का निर्यात 860 टन रहा था.

भारत द्वारा नीचे बताए गए निम्न देशो को मसालो का निर्यात किया जाता है-

  • US
  • China
  • Thailand
  • UK
  • UAE
  • Vietnam
  • Malaysia
  • Sri-lanka
  • Hong-Kong
  • Bangladesh

ऊपर उन देशो के नाम बताए गए है, जहां पर भारतीय मसालो का निर्यात सबसे अधिक मात्रा में किया जाता है.

मसाला बनाने का बिज़नस कैसे शुरू करें

जब कभी भी किसी बिज़नस को शुरू करनें की बात आती है तो उसमें सबसे महत्वपूर्ण बात उस व्यापार को शुरु करनें के लिए प्लान बनाना है.

अगर आप एक प्लान के अनुसार कार्य करते है तो आपके बिज़नस में सफल होनें के अवसर अधिक हो जाते है.

किंतु वही यदि आप बिना प्लेन के कार्य करते है तो आपको कई सारे खतरो व जोखिमों का सामना करना पङ जाता है.

इसलिए मसालो का उद्योग शुरु करनें से पहलें उसका प्लान बनाए. अगर आप वास्तव में प्लान बनानें जा रहे है तो आप उसमें नीचे बताए जा रहे बिंदुओ को जरुर शामिल करें.

#1 मसाले बिज़नस शुरु करनें के लिए योजना बनाए (Make Spice Business Plan)

जैसा कि पहलें भी बताया जा चुका है कि अगर आप कोई बिज़नेस शुरु करना चाहते है तो आपको उसके लिए बिज़नस प्लान बनाना होगा.

जिसमें यह सुनिश्चित करें कि इस बिज़नस को शुरु करनें के लिए किन-किन मशीनो, कच्चे माल की आवश्यकता होगी.

इसके अलावा इस बिज़नस को शुरु करनें के लिए कितनें निवेश की तथा कितनी जगह की जरुरत है आदि.

बिज़नस प्लान बनानें से यह फायदा होता है कि इससें आप आसानी से अपनें बिज़नस के लिए बैंक से लोन प्राप्त कर सकते है.

#2 मसाले का उद्योग शुरु करने के लिए निवेश

अगर आप कोई बिज़नेस शुरु करना चाहते है तो यह बेहद जरुरी है कि आप इसमें लगनें वाले निवेश के बारें में पता करें तथा यह सुनिश्चित करें कि आपके पास निवेश के लिए कितने पैसे है?

वैसे इसमें लगनें वाला निवेश पूर्णत: आपके बिज़नस के आकार पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार का बिज़नस शुरु करते है.

यदि आप मसाले का उद्योग अपनें घर से शुरु करते है तथा उसमें आप अपनें हाथों से मसाले बनाते है तो आपको बङी बङी मशीनों पर पैसे खर्च करनें की आवश्यकता नही होगी.

जिससे आपका खर्च काफी कम हो जाएगा. अब आपको सिर्फ कच्चे माल को खरीदने, पैकेजिंग व कुछ लोगो की सैलेरी देनें में पैसे खर्च करनें होगें.

आमतौपर पर आप इस तरह के व्यापार को 20 से 25 हजार रुपये की लागत के साथ शुरु कर सकते है.

किंतु यदि आप इस व्यवसाय को बङे स्तर पर शुरु करते है तो आपको कुछ मशीनों को खरीदना होगा. जिनकी कीमत लगभग 2 से 2.5 लाख रुपय होती है. इसके अलावा उद्यमी को कच्चे माल पर भी पैसे खर्च करनें होते है.

इस प्रकार उद्यमी को बङे स्तर पर मसाले का उद्योग शुरु करनें के लिए 4 से 5 लाख रुपये तक के निवेश की आवश्यकता होती है.

Bonus Points

  • अगर आपके पास जमीन नही है तो आप जमीन को किरायें पर ले सकते है.
  • यदि आपके पास बिज़नस शुरु करनें के लिए पर्याप्त पैसा नही है तो आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से लोन प्राप्त कर सकते है.

#3 मसाला बिज़नस शुरु करनें के लिए जगह का चुनाव

मैं आपको बता दूं कि मसालो का उद्योग एक प्रकार का लघु उद्योग है. जिसे शुरु करनें के लिए अधिक जगह की जरुरत नही पङती है.

आप इस बिज़नेस को अपनें घर में भी शुरू कर सकते है. लेकिन आपके पास कम से कम इतनी जगह होनी चाहिए, जिसमें मसालो को पीसनें, सुखानें व पैकिंग करनें तथा एक ऑफिस बनानें के लिए पर्याप्त जगह हो.

एक अनुमान के अनुसार छोटे स्तर पर बिज़नस को शुरू करनें के लिए आपको कम से कम 200 से 300 वर्ग फीट की जमीन का आवश्यकता होगी.

लेकिन यदि आप अपनें सामान को स्टोर करना चाहते है, तब आपको 300 से 500 वर्ग फीट के स्थान की आवश्यकता होती है.

#4 मसाला उद्योग के लिए आवश्यक कच्चा माल

अगर आपको मसालो का बिज़नस शुरू करना है तो आपको कच्चे मसाले अर्थात ऐसे मसालें जिनका  उपयोग सीधा खानें में नही किया जा सकते है, को खरीदना होगा.

इस बिज़नस के लिए हल्दी, काली, मिर्च, अदरक, इलायची, अजवाइन, मिर्च, धनिया, लोंग, मेथी, जायफल और जावित्री, जीरा, सौंफ, दाल चीनी, कैसर, वैनिला, लहसून, सरसो, सोया बीज, अनार के बीच, कोकम, तेजपत्ता, सौंफ के बीज, मेथी पत्तियां, अफीम के बीज, मिश्रित पाउंडर आदि को खरीदना होगा.

#5 मसाले का उद्योग शुरु करनें के लिए आवश्यक मशीन

मसालों का बिज़नेस शुरू करनें के लिए आपको कुछ मशीनो को खरीदनें की आवश्यकता होगी. जो निम्न है-

मसाला मशीनमशीन का उपयोग
क्लीनरक्लीनर का इस्तेमाल मसालो के कच्चे माल में उपस्थित अशुद्धि जैसे कंकड, धूल, पत्थर आदि को दूर करनें में किया जाता है.
ड्रायर मशीनइसका इस्तेमाल कच्चे माल से नमी को दूर करनें में किया जाता है.
ग्राइंडर मशीनग्राइंडर मशीन का उपयोग खङे मसालों को पीसनें में किया जाता है.
पावर ग्रेडर मशीनयह मशीन बारिक पिसा मसालो व मोटा पिसा हुआ मसालो को अलग अलग करता है.
पाउच पैकिंग मशीनइस मशीन की मदद से मसालो के पाउचर पैक किए जाते है.
इम्पैक्ट पल्वराइजर मशीनइस मशीन का इस्तेमाल हल्दी तथा सेंधा नमक के लिए प्रयुक्त की जाती है लेकिन इसका इस्तेमाल बङे पैमानें पर मसालों के उत्पादन में किया जाता है.
हम्मरिलइस मशीन का इस्तेमाल अजवायन, धनिया, तेजपत्ता, करी पत्ता, हीसोप, जीरा, काला जीरा, सरसो, तुलसी के पत्ते आदि के लिए किया जाता है.
डबल स्टेज पुलवराइजरइसका इस्तेमाल सेंधा नमक व हल्दी के निर्माण में छोटे स्तर पर किया जाता है.  

बाजारो में इन सभी मशीनों की कीमत लगभग 4 लाख रुपय के आस-पास होगी.

आप इन मशीनो को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनो तरीको से मंगवा सकते है. यदि आप इसे ऑफलाइन खरीदते है तो सबसे पहले कम से कम दो सप्लायर्स से संपर्क करें तथा उनकी मशीनों की तुलना करनें के बाद ही खरीदे.

#6 मसाला बनाने का व्यापार शुरू करनें के लिए रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस

अगर आप मसाले के उद्योग को छोटे स्तर पर शुरु करते है तो आप बिना किसी लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन के बिज़नेस को शुरु कर सकते है.

लेकिन यदि आप अपनें बिज़नस को बङे स्तर पर शुरू करते है तो आपको कुछ रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस की आवश्यकता होगी.

  • सबसे पहले आपको अपनें बिज़नस को उद्योग आधार या एमएसएमई के अंतर्गत आवेदन करना होगा.
  • चुकिं आपका व्यापार खानें से सबंधित है, इसलिए आपको खाद्य विभाग से FSSAI लाइसेंस प्राप्त करना होगा. इस लाइसेंस को प्राप्त करनें के बाद आपके मसाले की शुद्धता प्रमाणित हो जाएगी.
  • यदि आप बिज़नस को बङे स्तर पर शुरु करना चाहते है तो आपको अपनें बिज़नस को प्रोप्रिएटरशिप अथवा पार्टनरशिप के अंतर्गत पंजीकरण कराना होगा.
  • इसके अलावा आपको ट्रेड लाइसेंस भी प्राप्त करना होगा.
  • आपको अपनें बिज़नस या फर्म के नाम से किसी भी बैंक में करंट अकाउंट तथा पैन कार्ड बनवाना होगा.

मसाला उद्योग के लिए कच्चे माल कहां से खरीदना चाहिए?

अगर आप मसालो का बिज़नस के लिए कच्चा माल खरीदना चाहते है तो आप कच्चे माल को अपनें स्थानीय मार्केट से खरीद सकते है.

आप कोशिश करें कि आप कच्चे माल को अपनें स्थानीय किसानों या सप्लायर्स से ही खरीदे. जिससें आपको कच्चा माल कम दर में मिले.

क्योंकि किसी बिजनेंस के लिए कच्चे माल का कम दर में उपलब्ध होना बेहद जरुरी है. अन्यथा उसके उत्पाद की कीमत उसके अन्य प्रतिद्वंदी  के उत्पादों से अधिक होगी. जिससें आपको नुकसान हो सकता है.

इसके अलावा आप दिल्ली की “खङी बोली बाजार” से या केरल के मसाला मार्केट से सभी प्रकार के मसाले आसानी से खरीद सकते है.

इन सब के अलावा आप ऑनलाइन वेबसाइट की मदद से भी कच्चे माल को खरीद सकते है.

Bonus Points

  • दिल्ली की खङी बोली बाजार पूरे एशिया का सबसे बङा मसाला मार्केट है.

मसाला बनानें की प्रक्रिया (Masala Business Process)

अगर आप ऊपर बताए गए सभी स्टेप्स को पूरा कर लेते है तो अब आप मसाला बनानें की प्रक्रियो को शुरु कर दे.

वैसे आप इस बिजनेंस में हाथ या मशीन दोनो से कच्चे मसालो पिस सकते है. लेकिन हाथ से पिसे हुए मसालों की मांग अधिक होती है.

क्योंकि हाथ से पिसकर बनाए गए मसालो का भोजन में इस्तेमाल करनें से भोजन का स्वाद अधिक अच्छा होता है.

मसाला बनानें की प्रक्रिया

  • मसालो को बनानें के लिए सबसे पहले कच्चे मसालो को हॉलसेल कीमत में खरीदे.
  • अब इन मसालो को अच्छी तरह से धोकर, साफ करके, धूप में सूखा दे.
  • मसालो के सूखनें के बाद मसालो को ओखल की मदद से बारीकी से कूट दे.

मसाले की पैकेजिंग करना

अपनें मसालें की पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दे. अगर आपके मसालें बनकर तैयार हो चुके है तो आप इन मसालों को प्लास्टिक के पाउच या फिर प्लास्टिक के डब्बो में पैक कर सकते है.

आपके मसालों की पैकिंग आकर्षक होनी चाहिए. इसके लिए आप अपनें पाउच या प्लास्टिक के डब्बो पर अपने ब्रांड के स्टीगर लगवा सकते है.

स्टीकर से आपके मसालों की पैकेजिंग अच्छी दिखाई देगी तथा आपके मसालो को पहचान मिलेगी. आपके ग्राहक भी बढेगें.

मसाला का बिज़नस की मार्केटिंग करना

यह किसी भी बिज़नस का सबसें अंतिम पङाव होता है. जिसमें उद्यमी/ आपको अपने बिज़नस की मार्केटिंग करनी होगी.

वैसे अपनें बिज़नस की मार्केटिंग करनें के कई सारे तरीके है, जिन्हे आप अपना सकते है. जैसे-

  • आप अपनें बिज़नस के बारें में अपनें नजदीकी हॉलसेलर से बात कर सकते है तथा आसानी से हॉलसेल कीमत में मसालें बेंचकर पैसे कमा सकते है.
  • इसके अलावा आप मसालों की कंपनियों के ऑर्डर भी ले सकते है.
  • आप कुछ ऐसे लोगो को खरीद सकते है, जो लोगो को आपके बिज़नस के बारें में बताएं.
  • आप अपनें मसालों की कंपनी के पर्चे बनवाकर मोहल्लें में लगा सकते है.
  • अपनें स्थानीय अखबारो व न्यूज चैनल्स में अपनी कंपनी का विज्ञापन दे सकते है.

मसाला का बिज़नेस में मुनाफा (Masala Business Profit)

चाहे कोई भी मौसम हो, लेकिन कभी भी बिना मसालों के सब्जी नही बनती है. अर्थात मसाला बनानें का बिज़नस कभी भी खत्म नही होना वाला बिज़नस है. मसालों की मांग पूरे साल रहती है.

इसलिए यदि आप इस बिज़नस को शुरु करते है तो आप पूरे साल कमाई कर सकते है. इस बिजनेंस में होनें वाली कमाई आपके निवेश पर निर्भर करते है.

लेकिन एक अनुमान के अनुसार यदि आप इस बिज़नस को छोटे स्तर पर शुरु करते है तो आप प्रतिमाह का 40 से 50 हजार रुपय आसानी से कमा सकते है.

वहीं यदि आप बङे स्तर पर इस व्यापार को शुरु करते है तो आप प्रतिमाह का 1 लाख से अधिक रुपय कमा सकते है.

मसाला बनानें का उद्योग शुरू करनें में इन बातो का रखें ध्यान

यदि आप मसाला बनानें का उद्योग शुरु करना चाहते है तो आप नीचे बतायी गई बातो का विशेष ध्यान रखे-

  • यदि आप इस व्यापार को बङे स्तर पर शुरु करते है तो आप आवश्यक रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस प्राप्त करना न भूलें.
  • इस बिज़नस में आपके मसालें की गुणवत्ता जितनी अच्छी होगी, आपके सफल होनें के अवसर भी उतनें ही अधिक होंगे.
  • अपनें मसालों की पैकिंग मजबूत व आकर्षक रखें.

मसाले का बिज़नस शुरु करनें में जोखिम

हम मानते है कि इस बिज़नस में काफी अधिक लाभ है किंतु आप मसालों को लंबे समय तक स्टोर नही कर सकते है.

यदि आपके मसाले समय पर बिक जाते है तो आपको काफी लाभ होगा, किंतु यदि नही बिकते है तो वे खराब भी हो सकते है.

मसाला का व्यापार करनें के लिए सरकारी मदद

यदि आप अपनें बिज़नस को घर से शुरु करते है तो आपको इसके लिए लोन लेनें की आवश्यकता नही है क्योंकि यह कम लागत में शुरु किये जानें वाले बिज़नस में से एक है.

लेकिन यदि आप इस बिज़नस को बङे स्तर पर शुरु करना चाहते है लेकिन आपके पास पर्याप्त  पैसा नही है तो आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से किसी भी बैंक से मुद्रा लोन ले सकते है.

इस योजना के अंतर्गत न्यूनतम ब्याज दर के साथ लोन प्राप्त किया जा सकता है.

FAQs Masaleke Business kaise Shuru Kare)

भारत का सबसे अच्छा मसाला कौन-सा है?

एवरेस्ट, एमडीएच, महाराजा मसाला आदि भारत के सबसे अच्छी मसाला कंपनीयां है.

घर पर मसाला कैसे बनाया जाता है?

घर पर मसाला खङें मसालें को ओखल में कूट कर बनाया जाता है.

घर में मसाला बनानें वाली मशीन की कीमत कितनी है?

घर में मसाला बनानें वाली मशीन की कीमत 4 लाख रुपये के आस पास होती है.

घर में मसाला बनानें का बिज़नस शुरु करनें में कितने पैसो की आवश्यकता होती है?

घर में मसाला बनानें का बिज़नस शुरु करनें के लिए 20 से 30 हजार रुपय की लागत की आवश्यकता होती है.

मसाला बनानें के बिजनेंस में कितना लाभ होता है?

मसाला बनानें के बिज़नस में कम से कम 50 हजार रुप तक का लाभ प्राप्त हो सकता है.

मसाला बनानें के लिए किन-किन मशीनों की आवश्यकता होती है?

मसाला बनानें के लिए क्लीनर मशीन, ड्रायर मशीन, ग्राइडिंग मशीन, पॉवर ग्रेडर मशीन, बैग सीलिंग की मशीन आदि मशीनों की आवश्यकता होती है.

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निष्कर्ष: मसाले का बिज़नस की पूरी जानकारी हिंदी में

Homemade Spice Business आपकें लिए काफी अच्छा बिज़नस आइडिया है. अगर आप इस बिज़नस को मेहनत से तथा ईमानदारी से काम करते है तो आप इस बिज़नेस में जरुर सफल होंगे.

आज हमनें इस लेख में “Masale Business” के बारें Full Information प्राप्त की है.

अगर आपके मन में “Masale ka Business kaise Shuru Kare” से संबधित कोई भी प्रश्न है तो आप कमेंट बॉक्स में लिखकर जरुर बताएं.

नमस्कार! दोस्तों मेरा नाम Ranjeet Singh है. प्रोफेशनल ब्लॉगर के साथ में एक Youtuber भी हूँ. मुझे डिजिटल मार्केटिंग और कंटेंट राइटिंग में गहरी नॉलेज है. इस पैसा.ब्लॉग पर पैसा कमाने वाला ऐप्प, पैसा कमाने के तरीके, पैसा कमाने वाला गेम और बिज़नस आइडिया से सम्बंधित लेख साझा करता हूँ.

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